भारतीय परिवेश में हिन्दी भाषा के वाक्यांश ‘एक महिला को प्यार के लिये मनाने’ का अर्थ स्पष्ट नहीं है। अँग्रेजी भाषा के वाक्यांश ‘making love’ के व्यवहारिक अर्थ और हिन्दी भाषा के वाक्यांश ‘प्यार करना’ में ज़मीन आसमान का अंतर है।
भारतीय परिवेश में किसी से प्यार करने का सामान्य अर्थ मात्र रोमांटिक होने तक ही सीमित रहता है जबकि पाश्चात्य संदर्भ में making love का अर्थ साधारणत: यौनक्रिया करना होता है।पूछा गया प्रश्न संभवत: प्यार करने के भारतीय पहलू से संबंधित है अत: उसका उत्तर उसी प्रकार से दिया जा रहा है।
सच तो यह है कि कुछ मूल आवश्यकताओं के आभाव में किसी भी महिला को प्यार के लिये मनाया नहीं जा सकता है। मात्र गिड़गिड़ाने, मनुहार करने अथवा नाक रगड़ने से कोई भी सुदंर, सभ्य व संभ्रांत महिला प्यार करने के लिये तैयार नहीं हो जायेगी। हाँ, इतना अवश्य है कि साधारणत: स्त्रियों को भेंट उपहार विशेष कर आभूषण (छोटा ही सही किन्तु डायमंड के) वस्त्र (ब्रांडेड) व वर्तमान समय में मँहगे मोबाइल फ़ोन (जैसे कि आईफ़ोन) में विशेष रुचि होती है।
एक बात तो स्पष्ट है कि चाहे पूरब हो या पश्चिम, सभी स्थानों पर स्त्रियों को अपने सौन्दर्य की प्रशंसा ( सच्ची व झूठी दोनों प्रकार की) अत्यंत प्रिय है। वे इस प्रकार की बातें सुनने के लिये कुछ समय निकालने के लिये सदैव तैयार रहती हैं। यहाँ मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि स्त्रियों के सौन्दर्य से मेरा तात्पर्य मात्र उनके शारीरिक सौन्दर्य से न होकर बल्कि उनके शील, चरित्र, व्यवहार, शिष्ट आचरण व विभिन्न प्रकार के अन्य स्त्रियोचित गुणों से भी है जो अनायास ही किसी भी पुरुष को अपना सर्वस्व न्योछावर कर देने को बाध्य जैसा कर देते हैं।
भारत में भी सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है और पश्चिमी देशों की बहुत सी धारणायें यहाँ भी लागू होने लगीं है। इस बात को ध्यान में रखते हुये संभवत: ‘प्यार करने’ के व्यवहारिक पक्ष को भी इस चर्चा में सम्मिलित कर लेना अप्रासंगिक नहीं होगा।
यदि पत्नी को ही प्यार करने के लिये मनाना है तो संभवत: उसमें उतनी चुनौतियाँ नहीं हैं जितना कि एक अविवाहित व्यक्ति के लिये अपनी गर्लफ़्रेंड को मनाना।
फिर भी उपरिलिखित हथकंडों का प्रयोग करते हुये प्रयत्न किया जा सकता है।