मैं
22 वर्ष की छात्रा हुँ और विश्वविद्यालय मे पढती हुँ। मेरा अनुभव खराब रहा
या अजीब आप पढ सकते हैं।:Dसबसे पहले तो मैं यह बता दूँ कि जब मैं गयरहवीँ
कक्षा में पढ़ती थी तब मुझे लड़कों मे बिलकुल भी रुचि नहीं थी।मेरी हर एक
फ्रेंंड का बॉयफ्रेंड था लेकिन मुझे समझ में नहीं आता था कि ऐसा क्यूं है
क्या बॉयफ्रेंंड होना जरुरी है और मेरी सहेलियां इतना समय क्यूं खराब करती
हैं।उनका शिकायते करके रोना धोना,अपने बॉय फ्रेंड के बारे मे सारा दिन
बातें करते रहना।मैं सोचती थी कि अगर इनको आपस में कोई शिकायत है तो ये खुद
क्यूं एक दुसरे से बात नही करते और बिचौलियों से कहलवातें हैं।मेरी
सहेलियां बोलती के तेरी समझ मे नही आयेगा।जब तुझपे खुद ऐसा टाईम आयेगा तो
पता चलेगा ।मैने कहा ऐसा कभी नही होगा मुझे कोई लड़का पसंद ही नही आयेगा अगर
आ भी गया तो मैं उसे डायरेक्ट बोल दूँगी और ऐसे तो बिल्कुल भी नहीं करूंगी
जैसे तुम दुसरे से कहलवाती हो।तो मेरी सहेलियां कहती के लड़कियाँ पहले नही
बोलती।मै कहती क्यू नही बोल सकतीं अगर लडके बोल सकते हैं तो लड़कियाँ क्यूँ
नही तो मेरी सहेलियां कहती कि लडके उस लडकी के बारे मे अच्छी सोच नही रखते।
मै कहती फिर तुम क्यूँ इन लड़को के पीछे अपना टाईम खराब करती हो।इसलिये
मुझे लडके अच्छे नही लगते थे।
मैंने
कॉलेज में प्रवेश किया तो क्लास मे पहले ही दिन एक लड़का मेरे बेन्च पे बैठ
गया तो मैने उससे सामान्य ढंग से बात की।ऐसा बहुत दिनो तक चला।वो और मैं
रोज एक ही बेन्च पर बैठते और नॉर्मल बातें करते।लेकिन एक दिन ऐसा हुआ के वो
मेरे पास नही बैठा और फ़र्स्ट बेन्च पे जाके बैठ गया।दो तीन दिन तक उसने
ऐसा ही किया मेरा फोन भी नही उठाया और ना ही कोई massege का रिप्लाई
दिया।मुझे बहुत बुरा लगा मुझे खुद भी नही पता था कि मुझे क्या हुआ था बस
बहुत गुस्सा आ रहा था।फिर उसने मुझे इग्नोर करना शुरु कर दिया।मेरी गुस्से
की हद बढ़ती जा रही थी उसने फेसबुक से भी मुझे ब्लोक कर दिया मुझे कुछ समझ
नही आ रहा था ।फिर तीन चार दिन बाद उसने अन्ब्लोक किया और रेक़ुएस्ट सेंड
करी मैने ऐक्सेप्ट कर ली। फिर कॉलेज की छुट्टियाँ हो गयीं। तो मुझे पता नही
क्या हुआ मैने तीन चार दिन बाद मैने मेसेज किया के मुझे बात करनी है।उसने
बोला क्या बात है मैने बोला बस बात करनी है मुझे भी नही पता क्या। बस इतना
पता है के बात करनी है।और बात करने का मन है।मुझे भी नही पता था मैं ऐसा
क्यूं कर रही हुँ। शायद वो समझ गया था लेकिन उसने नॉर्मल बात की।पर ज्यादा
बात नही की।
लगभग 15दिन बाद मैने उसको
मेसेज किया के “I like you"उसका कोई रिप्लाई नही आया।मुझे बहुत गुस्सा आया।
जब मैं कॉलेज गई तो उसकी प्रतिक्रिया अजीब सी थी मतलब वो बिल्कुल सामान्य
था बस एक बार मेरी तरफ देखा और फिर आंखे दुसरी तरफ कर ली ना कोई बात की।बस
इतना पूछता था कि कैसी हो। मेरा गुस्सा और बढ़ जाता ।और मैने उसको फिर बोला
कि आई लव हिम।उसकी फिर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं ।मैने उसको फिर मेसेज किया
कि “तुने कोई रेस्पोंस नही दिया मेरी तो इन्सल्ट हो गई।”उसका रिप्लाई आया
“कब नही दिया रेस्पोंसे”बस इसके बाद कोई मेसेज नही आया।मैने उसको फोन किये
लेकिन उसने मेरा नम्बर ही ब्लॉक मे डाल दिया।मुझे लगा उसका फोन खराब होगा
शायद लेकिन मैने नया नम्बर खरीदा और फोन किया फोन लग गया।मुझे पता चल गया
के मेरा फोन क्यूं नही लग रहा था।
मैने
सोचा कि वो अपने करियर को लेकर ज्यादा चिन्तित है क्युंकि वो सारा दिन बस
किताबों मे ही लगा रहता है।मुझे लगा कि वो बाकी लड़कों से अलग है क्युंकि
अगर कोई और होता तो उसकी प्रतिक्रिया कुछ और ही होती।मुझे उसकी यह
प्रतिक्रिया अच्छी लगी क्युंकि उसने खराब व्यवहार नही किया।
मैने
उसको फिर से फोन लगाया और उसने जो बोला मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा।
उसने जो भी कहा उसका मतलब साफ था कि मैं चरित्रहीन हुँ क्युंकि मैने उसको
अपनी भावनाएँ बतायी।उसका मानना था कि मेरे इरादे अच्छे नही हैं ।मुझे बहुत
बुरा लगा।
लेकिन मेरा मन ये बिलकुल भी
नही मानता कि उसने ये सब अपने मन से बोला क्युंकि उसका व्यवहार ऐसा नही था।
क्युंकि वो कोई relationship नही चाहता ।शायद मैने उसको ज्यादा तंग कर
दिया था।इसलिये उसने ऐसा कहा होगा।
अब
मुझे नही पता के माजरा क्या था।मेरा अनुभव खराब रहा लेकिन मुझे इतना पता है
कि वो लड़का बहुत अच्छा था।पता नही क्यूँ उसने ऐसा बोला। हषँ जैन
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