आजकल
लगभग फिर से हर शहर में स्ट्रीट फ़ूड का चलन बढ़ता जा रहा है, एक दिन मैं
और मेरे पति भी ऐसी ही फ़ूड वैन पर खाने के लिए गये, उनके छोले कुलचों का
स्वाद काफ़ी अच्छा था, बातों में पता चला जिनकी यह वैन है वह एक
इंजीनियरिंग कालेज में प्रफ़ेसर हैं। उनको खाना बनाने का शौक़ है, इसीलिए
यह छोटा सा व्यवसाय शुरू किया गया। और जैसे कि होता है, किसी की कहानी सुन
हम लोग भी अपने लिए सपने बुनने लग जाते हैं, मेरे पति भी कहने लगे, क्या
नौकरी चाकरी, ऐसी दुकान खोल ली जाये।
अब
प्रश्न है कि क्या सिर्फ़ किसी काम से होने वाली कमाई, उसमें लगी पूँजी,
उससे मिलने वाले मुनाफ़े मात्र को देख कोई भी व्यवसाय कर लेना उचित है?
उत्तर
है नहीं, आप को अपने हुनर को ध्यान में रखते हुए ये फ़ैसला लेना होगा।यह
ज़रूर है कि यदि आपका पहले से स्थापित कोई व्यवसाय है तो आपको हुनर को
ध्यान रखने की कोई आवश्यकता नहीं, आप उसमें हाथ आज़मा सकते हैं, अपने
प्रयासों और नवीन विचारों से उसे एक नयी ऊँचाइयों तक पहुँचा सकते हैं;
अन्यथा आप को हुनर पहचानना ही होगा।
अब
हुनर क्या हो सकते हैं, मेरे पति का गणित बहुत अच्छा है, किसी भी समय उनके
लिए सबसे अच्छा व्यवसाय कोचिंग ही होगा, चाहे वह ओनलाइन रूप में हो या
परंपरागत तरीक़े से, काम लागत में सिर्फ़ अपने ज्ञान को बाँटते हुए उसे
जीविका का आधार बनाना; उन प्रफ़ेसर को खाना बनाने का शौक़ था, हाथों में
स्वाद था, तो सड़क की एक छोटी सी शुरुआत ने ही उन्हें बहुत कुछ दे दिया; अब
यदि आपके पास किसी वेब ऐप्लिकेशन का आइडिया है और आप प्रोग्रैमिंग में
निपुण हैं तो क्या पता शायद आप का ऐप्लिकेशन सफलता की एक और कहानी बन जाए;
एक लड़की थीं,किन्हीं परिस्थितियों के कारण वे फ़ैशन डिज़ाइनिंग में विधिवत
शिक्षा नहीं ग्रहण कर पायीं, परंतु मात्र छोटी छोटी शुरुआत से ही उन्होंने
आज काफ़ी अच्छी बुटीक बना ली है; कुछ लोग तो शेयर मार्केट जैसे हाई रिस्क
क्षेत्रों में भी अच्छा कर लेते हैं; तो कुछ रियल इस्टेट एजेंट बेचने में
इतने माहिर होते हैं कि देख कर हैरानी होती है; इस तरह के अनेक उदाहरण हो
सकते हैं जहाँ आप छोटी शुरुआत कर सकते हैं।
तो
मेरे विचार में हर वह कार्य जिसे आप ख़ुद से शुरू कर सकें, आप को कम पूँजी
में लाभ दे सकता है; पर यदि आप बहुत पूँजी लगा सकते हैं तो इस तरह की
शर्तों की आवश्यकता नहीं, किसी भी बड़ी कम्पनी की फ़्रेनचाईसी ले सकते हैं,
स्टाफ़ रख कोई भी बड़ा शोरूम, रेस्ट्रॉंट खोला जा सकता है।
किसी भी कैरीअर में सफलता के लिए दो आवशक्ताए हैं- क़ाबिलियत और मेहनत, सफलता को बनाए रखने के लिए ‘ज़मीन पर टिके क़दम’।
आशा है कि आपको मेरा उत्तर पसंद आए।
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