अगर आप क्रिकेट के फैन हैं, तो आपको मालूम ही होगा 2007 विश्वकप का मैच।
जी हाँ, वही मैच जिसमे दिग्गजों से भरी भारतीय टीम के साथ बांग्लादेश ने तख्तापलट कर दिया था और भारत यह मैच हार गई थी, जिसकी किसी को उम्मीद भी नहीं थी।
चलिए अब आते हैं प्रश्न की ओर…
सऊदी अरब के पास इतना पैसा है, आधुनिक सेना है फिर भी इज़राइल से क्यों डरता है?
जवाब : तख्तापलट
चलिए एक नज़र डालते हैं जिनके मिलिट्री ताक़त पर..
1.मिलिट्री बजट
2. सैन्य ताक़त
3. थल सेना
4. वायु सेना
5. नौसेना
6. परमाणु हथियार
इजराइल : 40–160
सऊदी अरब : 00
सऊदी
सेना बड़ी है, हालांकि यह अक्षमता और अपने स्वयं के उपकरणों की समझ की कमी
के मुद्दों से ग्रस्त है और यह विदेशी व्यापारियों के लिए अपनी लड़ाई के
अधिकांश को आउटसोर्स करता है।
इज़राइल
का एक स्वदेशी सैन्य उद्योग है जो अपने अधिकांश सैन्य उपकरणों का उत्पादन
कर सकता है। इजरायलियों एक चीज़ का उत्पादन नहीं करता है, वो है उनके अपने
विमान। युद्ध में यह बहुत महत्वपूर्ण है। इजरायलियों ने अपने खोए हुए सैन्य
वाहनों के लिए प्रतिस्थापन का उत्पादन करके उनकी दर को कम किया है। सउदी
के पास स्वदेशी उद्योग नहीं है, और उन्हें नए उपकरण खरीदने होंगे।
इजरायलियों के पास युद्ध का अनुभव और एक बड़ी प्रशिक्षित सेना भी है।
लेकिन
असली मायने में सउदी को सीमा पर रोकने की कोसिस करेगा और यही होगा,
इज़राइल आक्रमण का प्रयास भी नहीं करेगा। वे फिर एक शांति संधि पर
हस्ताक्षर करेंगे।
इजरायल कायम रहेगा।
।।हर हर महादेव।।
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