अक्सर
हम प्रसिद्ध ब्रांड्स को देखते समय आश्चर्यचकित हो सोचते हैं की इसके पीछे
की कहानी क्या है। कभी कभी विचार, प्रेरणा कहां से मिली ये सब भी सोचने
लगते हैं? और आज आपको बता दूँ की दस में 9 लोगो के पीछे कहानी होती है और आज हम Apple लोगो की रोचक कहानी पता करेंगे।
“Beauty is truth, truth beauty,—that is all
Ye know on earth, and all ye need to know” - John Keats
Apple के लोगो के पीछे कहानी है कहा जाता है कि कंप्यूटर विज्ञान के जनक माने जाने वाले एलेन ट्युरिंग हैं। इनकी मृत्यु के
समय उनके पास से चखा हुआ जहरीला सेब मिला, इसलिए उनकी याद में यह लोगो
1977 में रॉब जैनफ ने तैयार किया और यह लोगो स्टीव जॉब्स को दिखाया और
उन्हें बेहद पसंद आया इसके बाद Apple कंपनी का लोगो पूरा सेब ना बनाकर चखा
हुआ सेब बना दिया।
Internet पर पढ़ते
हैं तो इसके पीछे कई अन्य कारण भी निकल के आते हैं। ऐसी मे शंकाएं थोड़ी
बढ़ जाती है कि कौनसा कारण सही होगा। मैं आपको लोगो को इन कारणों के बारे
मे भी बता देता हूँ। कारण इस प्रकार हैं
स्टीव
जॉब्स ऐपल के मौजूदा करता धरता, इनका कैलिफोर्निया सेब का बाग था। और
उन्होने जिंदगी के शुरुआती दिनो मे वहां पर काफी समय बिताया है।
-स्टीव का यह भी मानना था कि सेब फलों मे सर्व श्रेष्ठ है, और लोगो की सूची मे ये शिखर पर था।
-कटे सेब को अंग्रेजी में एप्पल बाइट कहते हैं. बाइट (byte) कंप्यूटर में मापने का एक यूनिट भी है।
-स्टीव का यह भी मानना था कि सेब फलों मे सर्व श्रेष्ठ है, और लोगो की सूची मे ये शिखर पर था।
-कटे सेब को अंग्रेजी में एप्पल बाइट कहते हैं. बाइट (byte) कंप्यूटर में मापने का एक यूनिट भी है।
जब
यह तय हुआ कि लोगो सेब रखा जाएगा तो दिक्कत आ रही थी कई मौकों पर ये टमाटर
जैसा दिखा रहा था तो विभिन्नता बनाए रखने के लिए इसे कटा दिखाया गया।
मेरे
हिसाब से अद्भुत श्रद्धांजलि है, उस व्यक्ति के लिए जिसने कंप्यूटर की
नींव रखी, अग्रणी कृत्रिम बुद्धिमत्ता में अनुसंधान और जर्मन युद्धकालीन
कोड अनलॉक किए। नमन है ऐसे महान व्यक्ति को। इससे बेहत और कुछ नहीं हो सकता
था।
चलो कुछ अन्य लोगो के रोचक तथ्यों के बारे में जान लेते हैं।
- गुलाबी रंग में हाइलाइट की गई संख्या 31 नंबर उनके द्वारा दिए जाने वाले स्वादों (Flavour) की संख्या बताती है।
2. विकिपीडिया का ये लापता टुकड़ा दर्शाता है की विश्वकोश समाप्त नहीं हुआ है और लगातार अपडेट किया जा रहा है।
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