आदर्श पति मुझ जैसा होना चाहिए। जो सुबह सुबह उठ कर बीवी को जगाये और उसके लिए चाय बनाये। जब तक बीवी दैनिक कार्य निपटा का ग़ुसलख़ाने से निकले, मेज पर नाश्ता लगा दे। और बीवी को खाते खाते कहे, "सुनो आज तुम बहुत सुन्दर लग रही हो"
- और फिर जल्दी से जूठे बर्तन रसोई में रख ऑफिस चला जाये।
- ऑफिस में लंच टाइम फ़ोन कर के पूछे की, "बेबी आपने खाना खाया की नहीं"
- शाम को ऑफिस से निकल के दुबारा बीवी को फ़ोन कर के पूछे की, "सब्जी के साथ साथ तुम्हारे लिए क्या ले आऊं"
- रात में बीवी के साथ रसाई में हाथ बताये। अगर ऑफिस में थका न हो तो बर्तन में भी धुलवा सकता है।
- इसके साथ साथ बीवी की ढेर सारी तारीफ करे, छोटी छोटी खुशियों का ख्याल रखे।
- हाँ में हाँ मिलाए
- आपको करवट बदलने का मन करे तो भी आपको बीवी की तरफ ही मुँह करके सोना पड़ेगा।
भाईसाहब जब तक बीवी का कहे तब तक आपको आदर्श पति का ख़िताब नहीं मिल सकता। और आदर्श पति का ख़िताब पाने के लिए क्या क्या करना होगा वो मैंने ऊपर ही लिख दिया है। और एक बात और जब खुद गलती कर पत्नी नाराज हो जाये तो आपको मानना आना चाहिए।
बस यूँ समझो की मिर्च की कुल्फी है और चूस चूस के खाना है।
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