वर्तमान में संस्कृत की कोई उपयोगिता/ उपादेयता है क्या?
जिनको है वह पढ़ें | शौकिया तौर पर भी सीख सकतें हैं |
जो
लोग संस्कृत पढकर पूजापाठ अध्यापन लेखन-सम्पादन के पेशे से संस्कृत की
सेवा करना चाहें वही संस्कृत पढते हैं, और अब यह भी तय हो गया है कि इसे
सम्स्कृत (samskrit) कहा जाना चाहिए सन्स्कृत (sanskrit) नहीं |
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