सच्ची
घटना है में तब कॉलेज में पढता था। जहाँ किराये रहता था पास में एक नए
किरायेदार आये पति, पत्नी और तीन बच्चे ( लड़का 20 साल दूसरा लड़का 18 साल और
छोटी बेटी 16 साल। पति रोडवेज में कंडक्टर थे किसी एक्सीडेंट में दिमागी
चोट लगने से थोड़ा याददास्त कम हो गयी अपने काम से काम रखने वाला। इस हादसे
के दौरान (जब बच्चे छोटे रहे होंगे ) एक पुरुष मित्र उन्होंने बना लिया जो
घर पर आता जाता था। जब भी महिला का पति और बड़ा बेटा बाहर होते महिला अपने
छोटे बेटे और बेटी को कमरे से बाहर कर देती। एक दो बार मकान मालिक ने पूछ
लिया उसके बाद उसने बच्चो को भी घर में ही रखना शुरू कर दिया। आप सोच सकते
है की कहाँ तक जा सकती है।

किस्सा
नंबर २ : कॉलेज टाइम के एक जूनियर ने कमरा किराये ले रखा था वहां मकान
मालिक की बेटी से उसके सम्बन्ध बन गए। इस को मकान मालकिन ने देख लिया होना
तो यह था की उससे मकान खाली करा लिया जाता लेकिन ऐसा हुआ नहीं अकेले में
मकान मालकिन ने ऑफर दे दिया। नतीजा बंदे ने 4 साल की डिग्री 8 साल में की।