१० मिनट से इस सवाल को घूरने के बाद , उत्तर लिखने की कोशिश कर रही हूं। कुछ बाते पहले की:
१. सभी स्त्री/पुरुषों का ( सेक्शन ३७७) , नजरिया अलग होगा तो और भी बहुत भिन्न कारण होंगे ।
२. “हम सब ऐसे नहीं होते।” यह वाक्य में मै पूरा भरोसा करती हूं।
३. यह कोई गलती नहीं सिर्फ भिन्नता है, जिसपे काम करने से और भी खुश रहा जा सकता है।
तो अब उत्तरकी और :
संवेदनशीलता :
भावनात्मक
होना , या रोना हर बार कमजोरी की निशानी नहीं होता, ये एक साफ दिल की
तस्वीर होती हैं । हर चीज को व्यवहारिक रूप से देखना भी सही नहीं है ना।
(
“ मैं तुमसे प्रेम के बारे में पूछूं तो शायद मुझे तुम कोई कवीता सुनाओगे।
पर तुमने कभी भी किसी लड़की को देखकर खुदको पूरी तरह से बेबाक नहीं पाया
होगा। जिसके नज़रों से नजरें मिलाकर कभी ये महसूस किया है, के ईश्वर ने
सिर्फ मेरे लिए इन्हें बनाया हैं। जो तुम्हे तुम्हरे सारे दर्द तकलीफों से
परे रखने में समर्थ हो । और आप भी उनके लिए वोही माईने रखते हैं । एक साथ
मिलकर आप जिंदगी के हर पल काटों।… गुड वील हंटिंग फिल्म से )
सम्मान :
काफी
प्रचलित सिनेमा शृंखला के हिसाब से , लड़कियों के प्रति कुछ विशेष मत
प्रचलित हुए हैं के, लड़कियां होटल में पैसे नहीं देती, बहुत बाते करती
रहती हैं, धोखा देती हैं, इस्तेमाल करती हैं। बेशक ये काफी मनोरंजक फिल्में
थीं , और शायद ऐसे होता भी होगा, पर उस चीज को काफी लोग जिंदगी भर का सच
मान के बैठे हैं । मेरा एक प्रश्न हैं, उन सारी फिल्मों में किसी भी लड़की
को कभी काम करते हुए क्यूं नहीं दिखाया गया ? उनके किरदारों को कोई लेयरिंग
ही नहीं है ।
चलिए मुद्दे की बात पर
आते हैं , मैं अमीश की पुस्तक , मेलुहा के मृत्युंजय के पुस्तक के संदर्भ
में की ये कहानी बताना चाहूंगी जो मुझे बेहद पसंद आयी :
….
सती एक राजकुमारी होने के बावजूद भी एक विक्रमा है। और ये जानते हुए भी
शिव उन्हें पसंद करते हैं , हर बार उन्हें रिझाने की कोशिश करते हैं, पर
सती जी हमेशा उनसे दूर भागती हैं । परेशान होकर शिव बृहस्पति जी से पूछते
हैं के वे ऐसा क्यूं कर रही हैं, तब वे उन्हें कहते हैं , “ सती के मन के
अंदर देखो शिव , वे प्यार से भी परे कुछ चाहती हैं , वे सम्मान चाहती हैं।
वे एक सुंदर स्त्री, एक राजकुमारी से बढ़कर भी एक कुशल योद्धा हैं, जिसे
समाज ने दबा दिया है। वे तुम्हारी आखों में प्रेम के जगह अपने लिए सम्मान
चाहती हैं ।”
जब
आप आपकी प्रेमिका को देखते हैं तो क्या आप एक सुंदर चेहरे और भावी पत्नी
के अलावा कुछ और देख पाते हैं..? में जानते हूं के अब पुरुष बहुत जागरूक हो
चुके हैं, पर बहुत बार लड़कियों को वो प्रोत्साहन लड़कियों को मांग कर
लेना पड़ता है।
लड़कियों की आखों में सपने कितने सुंदर दिखते हैं ना :
यह
लड़कियां आपको होटल का बिल भरने को नहीं कहेंगी , और अगर कहती भी हैं, तो
अगली बार आप उनसे बिल भरवाना, देखना प्यार दुगना हो जाएगा।
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